संपादक श्याम नारायण गुप्ता उदयपुर एक्सप्रेस
जिस कच्ची सड़क को पक्का बनाने की मांग ग्रामीण कर रहे है वह सड़क लोक निर्माण विभाग में प्रस्तावित है। लेकिन ग्रामीण उसके टेंडर में लेट लतीफी को लेकर कार्य शुरू होने को लेकर संशय में है कांग्रेस के लोग
ग्रामीणों को समझा पाने में असफल, जिसका नतीजा
आन्दोलन
पत्थलगांव- पत्थलगांव में कांग्रेस विधायक रामपुकार सिंह शनिवार को लुड़ेग पेमला, बाग बहार जमरगी और गोढ़ी के दौरे पर है इस दौरान क्षेत्र की सड़क सामुदायिक अस्पताल आदि का भूमिपूजन लोकार्पण कार्यक्रम किया जा रहा था जैसे ही विधायक गोढ़ी पंचायत पहुंचकर गोढ़ी से हर्राबहार पहुंच मार्ग का भूमि पूजन करने पहुंचे यहा पहले से ही रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुवे सैकड़ो महिलाए पुरुष कार्यक्रम स्थल पहुंचकर विधायक वापस जाओ का नारा लगाते हुवे काला झंडा दिखाना शुरू कर दिए, कार्यक्रम में मौजूद विधायक एव उनके साथ आये कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर रहे लोगों को उनकी सड़क समस्या को लेकर बात करने का निवेदन किया गया और सड़क बनवाने का आश्वासन दिया जाने लगा लेकिन आंदोलित ग्रामीण उनके आश्वासन को अनसुना कर कार्यक्रम का बहिष्कार कर नारे बाजी करते हुवे वहा से चल दिए,
बता दे की कई वर्षो से झींगरेल जमरगी बी, रेडे, बिच्छीकानी, वनगांव पंचायत को जोड़ने वाली कच्ची सड़क आज तक नहीं बनी है। जिसकी वजह से ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करते हुवे आन्दोलन का रुख अख्तियार कर दिया है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से चुनाव बहिष्कार की बात कही है। रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ मतदान करने से इनकार किया है।चूँकि विधायक रामपुकार सिंह क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक के साथ साथ सबसे वरिष्ठ विधायक भी है ऐसे में उनके साथ उनके ही विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा इस तरह का आकस्मिक बर्ताव ने सबको चौंका दिया, इस आंदोलित दृश्य का अनुमान न तो प्रशासन को थी और नहीं कांग्रेस को, काला झंडा का विरोध का यह दृश्य पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र में अप्रत्याशित है खासकर वरिष्ठ विधायक रामपुकार सिंह के लिए इस दृश्य ने विधायक को भी सोचने को मजबूर कर दिया की आखिर क्या वजह रही होगी की जिन ग्रामीणों ने उन्हें लगातार 40 साल से पलकों में बैठाये रखा और अचानक उनके खिलाफ काला झंडा लेकर खड़े हो गए बता दे की जिले की पुलिस प्रशासन इस मौके पर पर्याप्त दल बल के साथ पूरी तरह मुस्तेद थी जिसकी वजह से कोई अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो सकी, बता दे की जिस कच्ची सड़क को पक्का बनाने की मांग ग्रामीण कर रहे है वह सड़क लोक निर्माण विभाग में प्रस्तावित है लेकिन ग्रामीण उसके टेंडर में लेट लतीफी को लेकर कार्य शुरू होने को लेकर संशय में है