पत्थलगांव के डूमरबहार पंचायत में बन रहे नवीन धान खरीदी केंद्र के गोदाम निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री लगाए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गोदाम निर्माण का कार्य को लेकर
शिकायत किया

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संपादक श्याम नारायण गुप्ता उदयपुर एक्सप्रेस

जशपुर/ पत्थलगांव के डूमरबहार पंचायत में बन रहे नवीन धान खरीदी केंद्र के गोदाम निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री लगाए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गोदाम निर्माण का कार्य को लेकर शिकायत किया है। निर्माण स्थल पर प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता में सुधार नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
यहा कृषि उपज मंडी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से गोदाम का निर्माण कराया जा रहा है। यहा कालम की ढलाई में लगाया जा रहा गिट्टी की क्वालिटी बेहद ही घटिया है यहा उपयोग में लाया जा रहा 20 एम एम की मिटटी से सना हुवा गिट्टी बिलकुल ही मरा हुवा पत्थर है जो हाथो से बिस्किट तोड़ने की भाँती टूट रहा है साथ ही इस गिट्टी को हाथो से मसल कर चुरा किया जा सकता है यही हाल कालम ढलाई से पूर्व निचे बेस में उपयोग किया गया 40 एम एम गिट्टी का है दोनी ही गिट्टी की गुडवत्ता बेहद ही घटिया स्तर का है।ग्रामीणों का कहना है की एसी गिट्टी का उपयोग कोई भवन निर्माण में तो क्या सड़क के गड्ढे भरने में भी नहीं करेगा ग्रामीणों का कहना था की इस गिट्टी को कोई उन्हें निशुल्क भी देगा तो वे इस गिट्टी को नहीं लेंगे,सबसे बड़ी बात यह है की बगैर इंजिनियर के देखरेख में यहा दस दिनों से कार्य चालु है यहा कार्य स्थल पर मौजूद कारीगरों ने भी गिट्टी की गुडवत्ता को लेकर ठेकेदार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुवे बताया की ठेकेदार द्वारा भेजे गए गिट्टी को खराब बताते हुवे उन्होंने ठेकेदार से दुसरा गिट्टी भेजने की बात कही तो ठेकेदार ने जितना • गिट्टी भेजा हु उसे लगाकर ख़तम करो आगे से अच्छा गिट्टी भेज दिया जायेगा कहा गया,जिसकी वजह से यहा बेस का काम भी इसी खराब गिट्टी हो गया साथ ही जमीन लेबल तक कालम भी इसी खराब गिट्टी से खड़ा हो गया कारीगरों ने बताया की इंजिनियर सिर्फ लेआउट देने आया था उसके बाद से आज तक नहीं आया है। ग्रामीणों ने फोन से कृषि उपज मंडी के उच्चाधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी और मौका मुआयना करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि गोदाम निर्माण में लगाई जा रही सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं किए जाने पर वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।कृषि उपज मंडी के कार्यपालन अभियंता अनिल कुमार सरसोरिया ने इस मामले में जांच कर, घटिया गिट्टी से जितने भी कार्य हो चुके है उन्हें तोड़कर गुडवत्ता वाली सामग्री से कार्य कराये जाने की बात कही है।
जिस जगह डूमरबहार में नवीन धान खरीदी केंद्र का निर्माण किया जा रहा है वह स्थल विवादों से घिरे रहने के साथ साथ धान खरीदी के लिए भी उपयुक्त नहीं है जिस जगह पर धान की बोरियो की छल्ली लगनी है उसके ठीक ऊपर हाई टेंशन वायर गुजरा है जिसकी वजह से यहा सदैव हादसे का अंदेशा बना रहेगा, यह काम करने वाले मजदूरो के साथ साथ यहा आने वाले किसानो एव वाहन चालको के लिए यहा से गुजर रहे हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित वायर का खतरा तो बना ही रहेगा साथ ही यहा के आने वाले सभी को खासी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ेगा। जबकि इस स्थल के बजाए पंचायत में कई सुलभ शासकीय जमीन विधमान है जो बगैर विवादों के एव धान खरीदी केंद्र के लिए उपयोगी साबित होगा।

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